Friday 29 May 2020



ग़र खुद की ख़ताओं का एहसास कर लेता
फिर से तू  ख़ुद को मेरे पास कर लेता...

ग़लत की पैरवी करने से बेहतर था
ग़लती मान कर दिल को साफ़ कर लेता ...

By: Shaan-E-Azam


#shaan_e_shayari

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